क्रिकेट में 11 तरीके से आउट होता है खिलाड़ी, इस एक तरीके से आजतक कोई भी नहीं हुआ OUT
नई दिल्ली। आप विपक्षी टीम के खिलाड़ी आउट होने पर खुश होते हैं और हर कोई गेंदबाज बल्लेबाज को आउट करना चाहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं बल्लेबाज सिर्फ गेंदबाज की अच्छी बॉल की वजह से नहीं बल्कि अपनी गलती से भी आउट हो सकते हैं। क्रिकेट के नियमों के अनुसार, एक बल्लेबाज करीब 11 तरीकों से आउट हो सकता है और उसमें बल्लेबाज का व्यवहार और गलती भी शामिल है। ऐसे में जानते हैं बल्लेबाज किन-किन तरीकों से आउट हो सकता है...
बोल्ड- जब गेंदबाज की ओर से फेंकी गई बॉल विकेट पर लग जाती है तो उसे बोल्ड करार दिया जाता है। ऐसे में यह बॉल बैट, पैड या शरीर को लगकर भी विकेटों को लगती है तो उसे आउट माना जाता है।
कैच आउट- अगर गेंदबाज की बॉल बल्लेबाज के बल्ले या बल्ले को पकड़ने वाले हाथ से लगकर हवा में उछलती है और जमीन पर गिरने से पहले विपक्षी टीम के खिलाड़ी द्वारा कैच कर लिया जाता है तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाता है। कैच आउट विकेटकीपर, फील्डर, बॉलर द्वारा भी किया जा सकता है।
बोल्ड- जब गेंदबाज की ओर से फेंकी गई बॉल विकेट पर लग जाती है तो उसे बोल्ड करार दिया जाता है। ऐसे में यह बॉल बैट, पैड या शरीर को लगकर भी विकेटों को लगती है तो उसे आउट माना जाता है।
कैच आउट- अगर गेंदबाज की बॉल बल्लेबाज के बल्ले या बल्ले को पकड़ने वाले हाथ से लगकर हवा में उछलती है और जमीन पर गिरने से पहले विपक्षी टीम के खिलाड़ी द्वारा कैच कर लिया जाता है तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाता है। कैच आउट विकेटकीपर, फील्डर, बॉलर द्वारा भी किया जा सकता है।
गेंद को दो बार मारना- अगर कोई बल्लेबाज सिर्फ अपने विकेट को बचाने के मकसद से या विपक्षी टीम की सहमति के बिना गेंद को दो बार मारता है तो उसे आउट करार दिया जाता है। हालांकि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में कोई इस तरह से आउट नहीं हुआ है।
हिट विकेट- जब बल्लेबाज शॉट मारते वक्त अपने बल्ले से ही विकेट की गिल्लियां गिरा देता है तो उसे हिट विकेट के माध्यम से आउट माना जाता है।
फील्ड को बाधित करना- अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर फील्डर को बाधा पहुंचाता है तो उसे आउट करार दिया जाता है, जिसमें फील्डर की फेंकी गई गेंद को रोकना भी शामिल है।
टाइम आउट- यदि कोई बल्लेबाज अपनी बारी आने पर टेस्ट और वनडे मैचों में 3 मिनट के अंदर मैदान पर नहीं आता है तो उसके आउट करार दिया जा सकता है और टी-20 मैचों में 2 मिनट में मैदान में नहीं पहुंचता है तो उसे टाइम आउट के तहत आउट करार दिया जाता है.
मांकड़िग आउट- जब गेंदबाज को लगता है कि उसके गेंद फेंकने से पहले ही बल्लेबाज नॉन-स्ट्राइकर क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां उड़ाकर नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है। इस घटना में गेंद रिकॉर्ड नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है।
हैंडल्ड द बॉल- कोई बल्लेबाज विपक्षी टीम के खिलाड़ी की अनुमति के बिना गेंद को हाथ से छूता है तो उसे फील्ड को बाधित करने वाले नियम के तहत आउट करार दिया जाता है।
CREDIT RIGHTS:- DAINIK JAGRAN
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